Mor Pankh Wala Mil Gaya Lyrics मोर पंख वाला मिल गया भजन लिरिक्स
अकेली गई थी ब्रज में,
कोई नहीं था मेरे मन में,
मोर पंख वाला मिल गया,
मोरपंख वाला मिल गया।।
नींद चुराई बंसी बजा के,
चैन चुराया सैन चलाके,
लगी आस मेरे मन में,
गई थी मैं वृंदावन में,
बांसुरी वाला मिल गया,
मोरपंख वाला मिल गया।।
उसी ने बुलाया उसी ने रुलाया,
ऐसा सलोना श्याम मेरे मन भाया,
टेढ़ी बाकी चाल देखी,
टेढा मुकुट भी देखा,
टेढ़ी टांग वाला मिल गया,
मोरपंख वाला मिल गया।।
बांके बिहारी मेरे ह्रदय में बसाऊ,
तेरे बिना श्यामसुंदर कहां चैन पाऊं,
लगन लगी तन मन में,
ढूंढ रही मैं निधिवन में,
गव्वे वाला मिल गया,
मोरपंख वाला मिल गया।।
अकेली गई थी ब्रज में,
कोई नहीं था मेरे संग में,
मोर पंख वाला मिल गया,
मोरपंख वाला मिल गया।।
Also Read : Ae Shyam Teri Murli Ki Kasam Lyrics ऐ श्याम तेरी मुरली की कसम भजन लिरिक्स
Watch this bhajan video on Youtube : मोर पंख बाला मिल गया .. बहुत ही मधुर भजन Dhanvantri das ji (youtube.com)